श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पुतलीबाई मंदिर के खंभे की 'बेड़ियों' में जकड़े संकटमोचन बंधन मुक्त हो गए। काशीपुराधिपति के दरबार में गूंजी सिद्ध प्रतिमा की रिहाई सुन ली गई। प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई। शनिवार को पुण्य मुहूर्त में बाबा का भव्य श्रृंगार किया गया।
काशी विश्वनाथ न्यास के सीईओ ने पूजन और आरती के साथ बजरंगबली की पूजा अर्चना की। मंदिर के बाहर स्थापना और पूजा के बाद जय हनुमान और जय श्रीराम की गूंज रही।
बता दें कि पिछले दिनों बेड़ियों में जकड़े महाबली हनुमान की तस्वीरें सामने आने के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ विश्व भूषण मिश्र मंदिर में पहुंचे थे।
4 मई, 2024
— Vishwa Bhushan (@VishwaMishr) May 4, 2024
आज हनुमान जी को प्रिय शनिवार के दिन विरूथनी एकादशी के पवित्र अवसर पर विधि विधान सहित पूजा अर्चना कर पुतलीबाई मंदिर स्थित मूंगे वाले हनुमान जी को दक्षिणमुखी स्वरूप में नव निर्मित विशेष मंदिर में स्थापित किया गया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास समस्त सनातन मातानुयायी… pic.twitter.com/CYz8th1jmL
उन्होंने हनुमान जी की प्रतिमा का पुन: प्राण प्रतिष्ठा कराकर स्थापित कराने का निर्देश दिया था। जिस पर काम शुरू किया गया।
काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद के डिप्टी कलेक्टर की ओर से निर्धारित फर्म ने शुक्रवार को मंदिर का कार्य पूर्ण कर लिया। मंदिर के बाहर हनुमान चबूतरा निर्माण कर शनिवार को बाबा की प्रतिमा स्थापित की गई।
पहले दिन ही मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने स्थानीय कर्मचारियों और पुरोहितों के साथ पूजा अर्चना की। दक्षिणीमुखी हनुमान जी की प्राचीन प्रतिमा स्थापना के भक्तों की भीड़ जुटी रही। जय श्रीराम और जय हनुमान के उद्घोष से मंदिर परिसर गुंजायमान रहा।
Social Plugin