अंबानी परिवार बनेगा शंकराचार्य के चातुर्मास का यजमान, मुंबई में होगा आयोजन
स्वस्ति श्री त्रिवेणी फाउंडेशन के तत्वावधान में ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का 23वां चातुर्मास व्रत महामहोत्सव इस बार मुंबई में भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। चातुर्मास व्रत का भूमि पूजन 11 जून को ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा के दिन सम्पन्न हो चुका है।
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चातुर्मास व्रत महामहोत्सव की विधिवत शुरुआत आगामी 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर मुंबई के बोरीवली पश्चिम स्थित कोरा केंद्र मैदान में होगी। व्रत का समापन सात सितंबर को होगा। इस विशाल आयोजन का यजमान देश के प्रतिष्ठित उद्योगपति अंबानी परिवार को बनाया गया है।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का यह चातुर्मास आयोजन महाराष्ट्र के गोभक्त सनातनियों के आग्रह पर मुंबई में हो रहा है। यह आयोजन श्रीविद्यामठ के श्री शंकराचार्य उत्सव सेवालय की ओर से किया जा रहा है। देश भर से श्रद्धालुओं को आमंत्रण पत्र भेजे जा चुके हैं और मुंबई की कई प्रतिष्ठित हस्तियों की उपस्थिति इस आयोजन में सुनिश्चित मानी जा रही है।
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गोमाता को राष्ट्रमाता बनाने का संकल्प
चातुर्मास व्रत के दौरान गो प्रतिष्ठा महायज्ञ का आयोजन भी किया जाएगा। शिष्य प्रतिनिधि प्रत्यक्चैतन्य मुकुंदानंद गिरि ने बताया कि शंकराचार्य जी ने गोमाता को राष्ट्रमाता के पद पर प्रतिष्ठित करने के लिए 33 करोड़ आहुतियों का संकल्प लिया है। अब तक प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान 2 करोड़ 61 लाख आहुतियां दी जा चुकी हैं। गोमाता के शरीर में निवास करने वाले 33 कोटि देवताओं की संतुष्टि और गोहत्या के कलंक को मिटाने के उद्देश्य से यह महायज्ञ किया जा रहा है।
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चातुर्मास के दौरान विविध पर्वों का आयोजन
चातुर्मास अवधि में कई धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन होंगे।
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26 जुलाई: धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज की जयंती और शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी का वर्धापन दिवस (श्रावण शुक्ल द्वितीया)।
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9 अगस्त: श्रावणी उपाकर्म और रक्षासूत्र बंधन (श्रावण पूर्णिमा)।
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16 अगस्त: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (भाद्रपद कृष्ण अष्टमी)।
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18 से 20 अगस्त: तीन दिवसीय श्रीविद्यासाधना शिविर (भाद्रपद कृष्ण द्वादशी से)।