12 साल पहले बुकिंग, आज तक नहीं मिला कब्जा: अंसल ग्रुप पर वाराणसी में FIR
लखनऊ स्थित अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड पर वाराणसी के एक नागरिक से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित सुरेश कुमार, निवासी वाराणसी ने लक्सा थाने में अंसल ग्रुप के खिलाफ 28.21 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
आरोप है कि वर्ष 2013 में सुशांत गोल्फ सिटी, लखनऊ में दो आवासीय प्लॉट बुक करने के बाद न तो कब्जा दिया गया और न ही रकम वापस की गई। बल्कि प्लॉट किसी और को बेच दिए गए।
2013 में बुक किए थे दो प्लॉट, 2015 तक कब्जा देने का किया गया था वादा
पीड़ित सुरेश कुमार के अनुसार, उन्हें वर्ष 2013 में लखनऊ में आवासीय भूखंड की आवश्यकता थी। इसी उद्देश्य से उन्होंने अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के लखनऊ कार्यालय से संपर्क किया।
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इस दौरान उन्होंने सुशांत गोल्फ सिटी में प्लॉट नंबर 3804-3-02/019 और 3804-पी-02/12 बुक कराए। इन दोनों प्लॉट्स के लिए उन्हें कुल 26,78,700 रुपए का भुगतान करना पड़ा। बाद में विभिन्न मदों में कुल भुगतान 28.21 लाख रुपए तक पहुंच गया।
एलॉटमेंट लेटर मिला, लेकिन कब्जा नहीं
सुरेश कुमार को 30 अगस्त 2013 को दोनों प्लॉट्स का एलॉटमेंट लेटर भी सौंप दिया गया। वादा किया गया कि वर्ष 2015 तक उन्हें प्लॉट्स का कब्जा भी मिल जाएगा। लेकिन आज तक, यानी लगभग 10 साल बाद भी, न तो कब्जा दिया गया और न ही कोई समाधान। लगातार कार्यालयों के चक्कर लगाने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला।
जमीन किसी और को ऊंचे दाम पर बेच दी गई
सुरेश कुमार का आरोप है कि अंसल एपीआई के प्रणव अंसल ने उनके पैसे सुशांत गोल्फ सिटी में लगाने के बजाय हड़प लिए और जिन प्लॉट्स की बुकिंग की गई थी, उन्हें किसी अन्य व्यक्ति को ऊंचे दामों पर बेच दिया गया। अब तो अंसल ग्रुप का वह लखनऊ स्थित कार्यालय भी बंद हो चुका है, जहां यह डील हुई थी।
एसीपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज
सुरेश कुमार ने इस धोखाधड़ी की शिकायत एसीपी दशाश्वमेध को दी थी, जिनके आदेश पर लक्सा थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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लक्सा थानाध्यक्ष दयाराम ने बताया कि इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 419 (व्यक्तित्व की धोखाधड़ी), 420 (धोखाधड़ी और बेइमानी से संपत्ति प्राप्त करना), 409 (लोक सेवक द्वारा आपराधिक विश्वासघात) और 504 (जानबूझकर अपमान करना) के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
पुलिस कर रही जांच, आरोपी पर शिकंजा कसने की तैयारी
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़ित द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों और भुगतान रसीदों के आधार पर जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही संबंधित लोगों को पूछताछ के लिए तलब किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर गिरफ्तारी भी की जाएगी।