एफआईआर की जद में सपा नेता हरीश मिश्रा: विद्यापीठ चौकी इंचार्ज की तहरीर पर सरकारी कार्य में बाधा और 7 CLA में दर्ज हुआ मामला
समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता हरीश मिश्रा पर शनिवार दोपहर हुए चाकू हमले के बाद मामला गरमा गया है। हमले के विरोध में सपा कार्यकर्ताओं ने सिगरा थाने के बाहर प्रदर्शन किया और सड़क जाम करने की कोशिश की।
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पुलिस ने इसे कानून-व्यवस्था में खलल मानते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है। काशी विद्यापीठ चौकी इंचार्ज विकल शांडिल्य की तहरीर पर सिगरा थाने में हरीश मिश्रा सहित चार नामजद और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
दर्ज हुआ मुकदमा
पुलिस ने बीएनएस की धारा 132 (हमला करना), 285 (सरकारी या सार्वजनिक मार्ग पर बाधा उत्पन्न करना), 223 (सरकारी आदेश का उल्लंघन) और 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है।
पुलिस का कहना है कि घटनास्थल की वीडियोग्राफी और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अन्य लोगों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है।
थाने पर जुटे थे सपा कार्यकर्ता
चौकी प्रभारी विकल शांडिल्य ने बताया कि सिगरा थाने पर दो पक्षों की मारपीट की तहरीर ली जा रही थी।
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इस दौरान सपा नेता हरीश मिश्रा के समर्थक शमीम नुमानी (निवासी लोहता), दिनेश सहानी (गमहापुर), रविंद्र कुमार सिंह (अदलपुरा, मिर्जापुर) समेत 30-40 कार्यकर्ता थाने पर मौजूद थे। दोपहर लगभग 4 बजे इन लोगों ने मलदहिया-साजन तिराहा मार्ग को अवरुद्ध कर दिया।
जाम में फंसी एम्बुलेंस
पुलिस के अनुसार, काफी समझाने-बुझाने के बाद भी प्रदर्शनकारी नहीं माने। सड़क जाम के कारण एम्बुलेंस समेत कई वाहन फंसे रहे। महिलाओं और बच्चों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने किसी तरह मार्ग को जाम मुक्त कराया।
क्या है पूरा मामला?
शनिवार दोपहर सपा कार्यकर्ता हरीश मिश्रा पर चाकू से हमला कर दिया गया था।
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बताया जा रहा है कि आधा दर्जन हमलावर हमला करने के बाद फरार हो गए, जबकि मोहल्लेवालों ने दो हमलावरों को पकड़ लिया। भागते समय हमलावरों ने कहा, "करणी माँ को भला-बुरा कहा था न, हमने बदला ले लिया।"
घटना में हरीश मिश्रा के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। घायल अवस्था में उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पकड़े गए युवकों को थाने ले गई।
अखिलेश यादव ने की निंदा
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना की निंदा की है।
समाजवादी पार्टी के जुझारू और प्रखर वक्ता व ‘बनारस वाले मिश्रा जी’ के नाम से लोकप्रिय हरीश मिश्रा पर चाकू से किया गया क़ातिलाना हमला बेहद निंदनीय है। उनके रक्तरंजित वस्त्र उप्र में ध्वस्त हो चुकी क़ानून-व्यवस्था की निशानी है। सपा का हर कार्यकर्ता ऐसे हमलों को झेलने की शक्ति रखता… pic.twitter.com/E8XCX7BtQg
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 12, 2025
उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, "समाजवादी पार्टी के जुझारू और प्रखर वक्ता व ‘बनारस वाले मिश्रा जी’ के नाम से लोकप्रिय हरीश मिश्रा पर चाकू से किया गया कातिलाना हमला बेहद निंदनीय है। उनके रक्तरंजित वस्त्र उप्र में ध्वस्त हो चुकी कानून-व्यवस्था की निशानी है।"
घटना से आक्रोशित सपा कार्यकर्ता सिगरा थाने पहुंचे और जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में धरने पर बैठ गए। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत दर्ज कर ली है और जांच जारी है।