अब नहीं भटकेंगे श्रद्धालु: अन्नपूर्णा द्वार के निर्माण को सीएम योगी की मंजूरी, महंत शंकरपुरी के अनुरोध पर हुई सहमति
भगवान शिव को अन्न की भिक्षा देने वाली देवी माँ अन्नपूर्णा के दर्शन के लिए अब श्रद्धालुओं को भटकना नहीं पड़ेगा। बांसफाटक की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए भव्य अन्नपूर्णा द्वार का निर्माण कराया जाएगा।
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मंदिर के महंत शंकरपुरी महाराज के आग्रह पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी है। महंत शंकरपुरी ने बताया कि बांसफाटक की ओर से अन्नपूर्णा मंदिर जाने के लिए एक भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाने की योजना तैयार है।
इसके लिए सीएम योगी से मंदिर के कुंभाभिषेक के बाद विशेष भेंट में अनुरोध किया गया था, जिस पर उन्होंने सकारात्मक रुख दिखाते हुए मंजूरी प्रदान कर दी।
महंत के अनुसार, संभावना है कि इस बार धनतेरस से पहले इस द्वार निर्माण कार्य की शुरुआत कर दी जाएगी। इस ऐतिहासिक योजना के तहत श्रद्धालुओं को अब सीधे, सुलभ और भव्य मार्ग से माँ अन्नपूर्णा के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होगा।
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विशेष बात यह है कि इस बार धनतेरस के पावन अवसर पर माँ अन्नपूर्णा के तीन विग्रहों के दर्शन श्रद्धालुओं को कराए जाएंगे, जो अब तक पहली बार होगा। इससे श्रद्धालुओं के लिए यह पर्व और भी खास और दिव्य हो जाएगा।
यह द्वार न केवल भक्तों के लिए सुविधा का मार्ग बनेगा, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी होगा। वाराणसी की आध्यात्मिक गरिमा को यह नया द्वार और अधिक भव्यता प्रदान करेगा।