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वाराणसी में बढ़ा कोरोना का खतरा, 48 घंटे में मिले चार मरीज

जनपद में कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है। लगातार दूसरे दिन दो नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से जिले में हड़कंप मच गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. संदीप चौधरी ने इसकी पुष्टि की है। दोनों मरीजों को एहतियातन आइसोलेट कर दिया गया है। इसके साथ ही वाराणसी में अब तक कुल चार सक्रिय कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं।

कौन हैं नए मरीज?

सीएमओ के मुताबिक, 29 मई को जो दो नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, उनमें एक बीएचयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की हेपेटाइटिस लैब का लैब टेक्नीशियन है। वहीं, दूसरा मरीज बिहार का रहने वाला है जो इलाज के लिए वाराणसी के एपेक्स अस्पताल में भर्ती हुआ था। उसे सांस लेने में तकलीफ की शिकायत थी और जांच में वह पॉजिटिव पाया गया।

ट्रेवल हिस्ट्री अब भी रहस्य

डॉ. चौधरी ने बताया कि लैब टेक्नीशियन की कोई ट्रेवल हिस्ट्री अब तक सामने नहीं आई है। वहीं बिहार से आए मरीज की ट्रेवल हिस्ट्री की जांच की जा रही है। 

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स्वास्थ्य विभाग की टीम दोनों मरीजों के संपर्क में आए लोगों का भी परीक्षण कर रही है ताकि संक्रमण की श्रृंखला को रोका जा सके।

चारों मरीज आइसोलेशन में

अब तक वाराणसी में मिले चारों मरीजों को आइसोलेट किया जा चुका है। इनमें से तीन मरीज होम आइसोलेशन में हैं, जबकि बिहार से आया मरीज अस्पताल में भर्ती है। इससे पहले 27 मई को दो अन्य मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसकी पुष्टि 28 मई को की गई थी।

बीएचयू में हो रही है कोरोना की जांच

बीएचयू अस्पताल की सुपर स्पेशियलिटी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध है। 

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माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉ. गोपालनाथ ने जानकारी दी कि यदि किसी को वायरल फीवर, सर्दी, खांसी, जुकाम और सांस लेने में परेशानी हो रही हो, तो वे तुरंत जांच केंद्र पर पहुंचें और अपनी जांच करवाएं। साथ ही उन्होंने दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र से लौटने वालों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी।

जिलाधिकारी ने दिए निर्देश

जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि जिले के सभी जनपद स्तरीय चिकित्सालयों को निर्देश दिए गए हैं कि संभावित कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की जांच की जाए और उसकी सूचना यूनिफाइड डिजीज सर्विलांस प्लेटफॉर्म (UDSP) पोर्टल पर दर्ज की जाए। एकत्र किए गए सैंपल को बीएचयू की लैब में भेजा जाएगा।