CM योगी के निर्देश पर दालमंडी में चौड़ीकरण का काम तेज़, PWD ने शुरू किया निशानदेही का कार्य
वाराणसी के दिल माने जाने वाले दालमंडी इलाके में चौड़ीकरण का काम अब तेज़ी पकड़ चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद पीडब्ल्यूडी ने दालमंडी गली को मॉडल सड़क में तब्दील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह सड़क विश्वनाथ कॉरिडोर से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित है, जिससे इसका महत्व और बढ़ जाता है।
पीडब्ल्यूडी ने लगाई लाल निशानियां, दी जा रही है खाली करने की हिदायत
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पीडब्ल्यूडी ने फाइनल नापी का कार्य शुरू कर दिया है। नगर निगम, जलकल विभाग और पुलिस बल की मौजूदगी में दालमंडी से लेकर लंगड़ा हाफिज मस्जिद तक जमीन की माप की जा रही है। इस दौरान अतिक्रमण में आने वाले मकानों और दुकानों पर लाल निशान लगाए जा रहे हैं।
![]() |
विज्ञापन |
लोगों को स्पष्ट हिदायत दी गई है कि वे स्वयं स्थान खाली कर दें, अन्यथा टीम द्वारा अतिक्रमण हटाए जाने पर मुआवजा नहीं मिलेगा।
17.5 मीटर चौड़ी होगी सड़क, 189 मकानों की माप पूरी
वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतिम दिन सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 200 करोड़ से अधिक के बजट में से 2 करोड़ रुपए रिलीज किए थे।
![]() |
विज्ञापन |
बजट मिलते ही पीडब्ल्यूडी ने 17.5 मीटर चौड़ी सड़क बनाने के लिए 189 मकानों की माप शुरू की। यह नाप मुआवजा तय करने के उद्देश्य से की जा रही है।
टूटेंगी छह मस्जिदें
इस चौड़ीकरण की जद में दालमंडी की 6 मस्जिदें भी आ रही हैं, जिनमें हाफिज खुदा बक्श जायसी उर्फ लंगड़ा हाफिज मस्जिद, निसारन मस्जिद, रंगीले शाह मस्जिद, अली रजा मस्जिद, संगमरमर मस्जिद और मिर्जा करीमुल्ला बैग मस्जिद शामिल हैं।
प्रशासन का दावा – “जनहित में है परियोजना”
प्रशासन का कहना है कि यह चौड़ीकरण परियोजना भविष्य की जरूरतों को देखते हुए अत्यंत आवश्यक है।
![]() |
विज्ञापन |
इससे पर्यटन, आवागमन और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार होगा। साथ ही मुआवजे की प्रक्रिया पारदर्शी और न्यायसंगत तरीके से की जाएगी।