सारनाथ के आशापूर्ण काली मंदिर में भीषण अग्निकांड, प्राचीन बरगद बरगद का पेड़ जला; पुलिस जांच शुरू
काशी में आस्था को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। सारनाथ थाना क्षेत्र स्थित आशापूर्ण काली माता मंदिर में बीती रात भीषण आग लग गई, जिसमें मंदिर पूरी तरह जलकर खाक हो गया। आग की चपेट में आकर मंदिर परिसर में मौजूद सैकड़ों वर्ष पुराना बरगद का वृक्ष भी जल गया, वहीं श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए हजारों नारियल और पूजा सामग्री राख हो गई।
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मंदिर के पुजारी संतोष माली ने इस घटना को साजिश करार देते हुए आरोप लगाया है कि उपद्रवियों और अराजक तत्वों ने जानबूझकर मंदिर में आग लगाई है। उनका कहना है कि यह केवल एक मंदिर को नुकसान पहुंचाने की घटना नहीं, बल्कि श्रद्धालुओं की आस्था पर सीधा हमला है।
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— The Varanasi News (@thevaranasinews) December 31, 2025
आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक मंदिर पूरी तरह जल चुका था। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
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यह मंदिर आशापुर चौराहे पर पहड़िया–सारनाथ मार्ग पर स्थित है और स्थानीय लोगों के अनुसार यह हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र रहा है। मान्यता है कि यहां मन्नतें पूरी होने पर श्रद्धालु नारियल और चुनरी चढ़ाते थे।
अधिवक्ता अजय राज ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि धर्म की नगरी काशी में इस तरह की घटना बेहद चिंताजनक है। उन्होंने इसे आस्था पर हमला बताते हुए कहा कि यह मंदिर प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में स्थित है और यहां हजारों लोगों की गहरी श्रद्धा जुड़ी हुई है।
वहीं सारनाथ थाना प्रभारी पंकज त्रिपाठी ने बताया कि घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस आग लगाने वाले अराजक तत्वों की पहचान में जुटी है। उन्होंने कहा कि तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


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