वाराणसी में देश के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे का ट्रायल रन शुरू, देखने के लिए उमड़ी भीड़
देश के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे का ट्रायल रन शुरू हो गया है। इसे लेकर तैयारियों में तेजी आ गई है और लोग बड़ी संख्या में इसे देखने के लिए जुट रहे हैं। साजन क्षेत्र में रोपवे की ट्राली की आवाजाही देखने के लिए स्थानीय लोग और पर्यटक उत्साहित नजर आ रहे हैं।
हालांकि, पहले चरण के निर्माण कार्य को पूरा होने में अब पूर्व निर्धारित समय से आठ महीने अधिक का समय लगेगा। शुरुआत में इसे मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर नवंबर 2024 कर दिया गया है। फरवरी में होने वाले ट्रायल रन की टेस्टिंग अभी जारी है।
तीन प्रमुख स्टेशनों का निर्माण जारी
रोपवे के पहले चरण में तीन प्रमुख स्टेशन बनाए जा रहे हैं— पहला कैंट स्टेशन परिसर, दूसरा काशी विद्यापीठ और तीसरा रथयात्रा स्थित थियोसोफिकल सोसाइटी परिसर। इन स्टेशनों और टावरों के निर्माण में 1200 से अधिक मजदूर दिन-रात कार्य कर रहे हैं ताकि जल्द से जल्द परियोजना को पूरा किया जा सके।
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भारत माता मंदिर परिसर में भी काम तेजी से किया जा रहा है। यहां पहला फ्लोर कोर्स पूरा हो चुका है और ऊपर के निर्माण कार्य भी जारी हैं। इसके अलावा, पाइल कैपिंग का कार्य भी पूर्ण हो चुका है।
रथयात्रा स्टेशन पर पाइलिंग और पहले फ्लोर कोर्स का काम भी संपन्न हो गया है। कार्यदायी संस्था के अभियंताओं के अनुसार, विद्यापीठ और रथयात्रा स्टेशन के पहले चरण का 60% कार्य मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा।
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रोपवे परियोजना के पूरा होने के बाद वाराणसी के यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने में यह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे शहर के प्रमुख स्थानों तक पहुंचना आसान होगा और सड़क यातायात का दबाव भी कम होगा।