बाबा विश्वनाथ का दुर्लभ जलाभिषेक 18 जून को, 17 नदियों और 3 समुद्रों के जल से होगा अभिषेक
June 16, 2025
सनातन परंपराओं के संरक्षण और लोक कल्याण की भावना से ओतप्रोत एक ऐतिहासिक पहल के तहत बाबा श्री काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक 18 जून को भव्य रूप से संपन्न किया जाएगा। यह अभिषेक सनातन रक्षक दल द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 17 नदियों, तीन समुद्रों, आठ तीर्थों और चार पवित्र कूपों के जल का प्रयोग किया जाएगा।
यह आयोजन काशी विश्वनाथ मंदिर के इतिहास में पहली बार होगा, जिसमें इतनी विविध और पवित्र जलधाराओं का सम्मिलन बाबा के अभिषेक हेतु किया जाएगा।
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सनातन रक्षक दल की बैठक में इस विषय पर व्यापक चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि बाबा विश्वनाथ के लिंगस्वरूप की पवित्रता और उत्तम स्वास्थ्य के लिए अब हर वर्ष दो बार विशेष जलाभिषेक किया जाएगा। इस बार का पहला जलाभिषेक 18 जून को प्रीति योग में आयोजित किया जा रहा है।
यात्रा का क्रम और प्रक्रिया
अभिषेक यात्रा त्रिलोचन महादेव के दर्शन से प्रारंभ होगी। वहां से त्रिविष्टक तीर्थ का जल लेकर मणिकर्णिका तीर्थ पहुंचा जाएगा। इसके पश्चात मणिकर्णिका का जल लेकर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर यात्रा बढ़ेगी।
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ज्ञानवापी के आचमन और ज्ञान मंडप में संकल्प व पूजन के बाद बाबा का जलाभिषेक विधिपूर्वक संपन्न होगा।
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प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और काशी की धार्मिक महत्ता को ध्यान में रखते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि बाबा विश्वनाथ का अभिषेक अब साल में दो बार किया जाएगा। यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि विश्व शांति, जनकल्याण और राष्ट्र की रक्षा हेतु की जा रही आध्यात्मिक साधना है।
इस दिव्य यात्रा में कई विद्वान, संत-महंत, ब्राह्मण समाज और सामाजिक संगठन भाग ले रहे हैं।