मंडुवाडीह थाने में भ्रष्टाचार का खुलासा, दरोगा और हेड कांस्टेबल ₹15,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, थाना प्रभारी पर भी गंभीर आरोप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं।
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एंटी करप्शन टीम ने मंडुवाडीह थाने में तैनात दरोगा अभय नाथ तिवारी और हेड कांस्टेबल शक्ति सिंह यादव को ₹15,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
क्या है पूरा मामला?
पीड़ित ने आरोप लगाया कि थाने में दर्ज एक मुकदमे में राहत दिलाने के नाम पर उससे ₹15,000 की मांग की गई थी।
इसकी शिकायत पीड़ित ने एंटी करप्शन विभाग से की। तय योजना के तहत पीड़ित रिश्वत की रकम लेकर थाने पहुंचा। जैसे ही दरोगा और हेड कांस्टेबल ने पैसे लिए, मौके पर मौजूद एंटी करप्शन टीम ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
थाना प्रभारी पर भी गंभीर आरोप:
गिरफ्तारी के बाद पीड़ित ने मीडिया से बातचीत में मंडुवाडीह थाना प्रभारी भरत उपाध्याय पर भी गंभीर आरोप लगाए।
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उसके मुताबिक, थाना प्रभारी ने जबरन उसके पैंट में अवैध कट्टा और कारतूस डालकर ₹35,000 की वसूली की। हालांकि इन आरोपों की अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है और ना ही पुलिस की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया दी गई है।
जांच के बाद होगी अगली कार्रवाई:
एंटी करप्शन टीम फिलहाल गिरफ्तार दरोगा और हेड कांस्टेबल से पूछताछ कर रही है। पूरे मामले की जांच जारी है।
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थाना प्रभारी पर लगे आरोपों को लेकर भी स्थिति साफ होने में वक्त लगेगा, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर पुलिस विभाग में जारी भ्रष्टाचार की हकीकत उजागर कर दी है।