छठ पूजा के बीच वाराणसी में चोरी का तांडव, आधा दर्जन महिलाओं की चेन कटी, एक का मंगलसूत्र और दो भैंस चोरी
छठ महापर्व के दौरान वाराणसी में श्रद्धालुओं की भीड़ का फायदा उठाकर चोरों और स्नैचरों ने तांडव मचा दिया। रामनगर क्षेत्र के बलुआ घाट पर पूजा के समय आधा दर्जन महिलाओं की चेन काटने की घटनाएँ सामने आईं, जबकि रस्तापुर निवासी ज्योति कुमारी का मंगलसूत्र चोरी हो गया। यही नहीं, चोरों ने घाट से एक दर्जन मोबाइल और चार पर्स भी गायब कर दिए।
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प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सोमवार शाम छठ पूजा के दौरान जब महिलाएँ सूर्य को अर्घ्य दे रही थीं, तभी स्नैचर गैंग ने भीड़ का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दिया। मच्छरहट्टा वार्ड की रमावती देवी जब पूजा में व्यस्त थीं, तभी उनकी चेन काटने की कोशिश हुई, लेकिन चेन कपड़ों पर गिर गई जिससे वे बच गईं। इसके बाद प्रमिला देवी की चेन काटने की कोशिश भी नाकाम रही क्योंकि उन्होंने स्नैचरों को मौके पर ही पकड़ लिया।
हालाँकि, रस्तापुर की ज्योति देवी इतनी भाग्यशाली नहीं रहीं। स्नैचरों ने उनका मंगलसूत्र उड़ा लिया। घटना के बाद ज्योति देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। पुलिस की प्रतिक्रिया ने स्थिति को और गंभीर बना दिया — उन्होंने पीड़िता को सिर्फ यह कहकर टाल दिया कि “अगली बार असली सोना पहनकर पूजा में न आएं।”
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घाट पर मौजूद अन्य श्रद्धालुओं के अनुसार, भीड़ के बीच कई महिलाओं के मोबाइल और पर्स चोरी हो गए। इससे पहले सोमवार को मच्छरहट्टा वार्ड की प्रीति जायसवाल की चेन काटने की कोशिश में दो स्नैचर महिलाओं को स्थानीय लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया था, लेकिन पुलिस ने उनका सिर्फ शांतिभंग की धारा में चालान कर औपचारिकता पूरी कर दी।
मंगलवार सुबह भी पुलिस घाट पर कहीं नजर नहीं आई, जिससे श्रद्धालुओं में आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि हर साल त्योहारों के दौरान पुलिस केवल दिखावे के लिए तैनात रहती है, लेकिन असल में सुरक्षा व्यवस्था लचर रहती है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया जाए, गश्त बढ़ाई जाए और ऐसे चोर गिरोहों पर सख्त कार्रवाई हो।
इस तरह की घटनाएँ न केवल महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती हैं बल्कि पुलिस की लापरवाही को भी उजागर करती हैं।
 
