वाराणसी में कोरोना का प्रकोप बढ़ा: IMS-BHU का छात्र निकला कोविड पॉजिटिव, कुल संक्रमितों की संख्या हुई 6, अस्पताल में 10 बेड आरक्षित
वाराणसी में कोरोना वायरस ने एक बार फिर पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। जिले में शनिवार को कोरोना का एक नया मामला सामने आया है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) की माइक्रोबायोलॉजी विभाग की एक 21 वर्षीय छात्रा कोरोना संक्रमित पाई गई है। पहले छात्रा को सर्दी-जुकाम की शिकायत थी, जिसके बाद जांच में उसके कोविड पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। फिलहाल उसे आइसोलेट कर दिया गया है और उसके संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि वाराणसी जनपद में अब तक कुल 6 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। सभी मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया है और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है। जिले भर में कोविड गाइडलाइन को पुनः लागू कर दिया गया है और लोगों से सतर्कता बरतने व नियमों का पालन करने की अपील की गई है।
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CMO डॉ. चौधरी के अनुसार, BHU में कोरोना के संभावित मामलों को देखते हुए 10 बेड रिजर्व किए गए हैं। इसके अलावा जिले के तीनों बड़े सरकारी अस्पतालों में कोविड जांच की सुविधा शुरू कर दी गई है। ऑक्सीजन प्लांट को भी फिर से सक्रिय कर दिया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
एहतियातन एयरपोर्ट, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सैंपल कलेक्शन की व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
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हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान में सामने आया वेरिएंट उतना घातक नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को मास्क पहनने, हाथ धोने और भीड़भाड़ से बचने की सलाह दी जा रही है।
वाराणसी में कोरोना के फिर से उभरते खतरे को देखते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं और खुद के साथ दूसरों की सुरक्षा का भी ध्यान रखें।