वाराणसी का जनता दरबार बना सुर्खियों में: अजय राय बोले- जनता बाहर, भाजपा नेता अंदर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह अपने कार्यकाल का पहला जनता दरबार आयोजित किया। सर्किट हाउस में सुबह 8 बजे शुरू हुए इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जनता की समस्याएँ सुनीं और अधिकारियों को जल्द से जल्द समाधान का निर्देश दिया।
सीएम के जनता दर्शन में 150 लोग शिकायत लेकर पहुंचे। 50 लोगों के की एप्लिकेशन लेकर गेट से ही अफसरों ने लौटा दिया। सीएम को मिलने वाली अधिकांश शिकायतें पुलिस से असंतुष्ट और प्रशासनिक अमले की लापरवाही की थी। हत्या, चोरी और जमीन के विवाद की अधिक शिकायतें आईं। इसमें शामिल होने वाले अधिकांश लोग वाराणसी के निवासी थे। सीएम ने अफसरों को जल्द समाधान के निर्देश दिए।
अजय राय का ट्वीट बना सुर्खियों में
जनता दरबार में भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों की मौजूदगी पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सीधा हमला बोला। उन्होंने ट्वीट कर लिखा:
"वाराणसी का जनता दरबार जनता का नहीं, भाजपा नेताओं का था! अनिल राजभर के प्रतिनिधि संजय सिंह, अर्चना सेठ, चांदनी श्रीवास्तव समेत आधा से ज़्यादा महानगर भाजपा पदाधिकारी कुर्ता-पजामा में अंदर बैठे थे, जनता बाहर रही।
![]() |
विज्ञापन |
आज देख लिया कितनी सुनवाई हो रही है भाजपा नेताओं की। योगी जी का जनता दरबार नहीं, फोटोशूट दरबार था। जनता सब देख रही है।"
वाराणसी का जनता दरबार जनता का नहीं, भाजपा नेताओं का था!
— Ajay Rai🇮🇳 (@kashikirai) August 30, 2025
अनिल राजभर के प्रतिनिधि संजय सिंह, दीनदयाल मंडल पदाधिकारी अर्चना सेठ, चांदनी श्रीवास्तव समेत आधा से ज़्यादा महानगर भाजपा पदाधिकारी कुर्ता-पजामा में अंदर बैठे थे, जनता बाहर रही।
आज देख लिया कितनी सुनवाई हो रही है भाजपा… pic.twitter.com/yrHaaD9PQK
अजय राय के इस ट्वीट के बाद यह सवाल और तेज़ हो गया कि जनता दरबार में आम लोगों को कितना मौका दिया गया और भाजपा नेताओं की मौजूदगी क्यों रही।
अजीत सिंह का आरोप: फोन रखवाया, एंट्री रोकी
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में जौनपुर जिले के पूर्वांचल किसान संगठन के अध्यक्ष अजीत सिंह ने कहा:
"जब हम वहाँ पहुँचे तो सबसे पहले हमें कहा गया कि फोन रख के आइए। जैसे ही हम फोन जमा करके पहुँचे, हमें बताया गया कि 100 लोगों की कुर्सियाँ भर चुकी हैं और एंट्री बंद हो गई है। हम अपनी बात रखना चाहते थे, लेकिन मौका नहीं मिला।"