gnews काशी में 100 करोड़ की कफ सिरप तस्करी: मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल विदेश फरार, 28 दवा कारोबारी बेनकाब - The Varanasi News
HEADLINE
Dark Mode
Large text article

काशी में 100 करोड़ की कफ सिरप तस्करी: मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल विदेश फरार, 28 दवा कारोबारी बेनकाब

उत्तर प्रदेश खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने कोडीन युक्त प्रतिबंधित कफ सिरप की कालाबाज़ारी का अब तक का सबसे बड़ा नेटवर्क उजागर किया है। इस पूरे अवैध व्यापार का संचालन काशी के मैदागिन निवासी शुभम जायसवाल द्वारा किया जा रहा था, जो अपने पिता भोला प्रसाद जायसवाल के साथ इस नशा कारोबार को चलाता था। जांच में सामने आया कि लगभग 100 करोड़ रुपये मूल्य की 89 लाख शीशी प्रतिबंधित कफ सिरप की खरीद-बिक्री की गई, जिसे यूपी और अन्य राज्यों में सप्लाई किया गया।

विज्ञापन

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की आयुक्त रोशन जैकब के निर्देशन में 12 से 14 नवंबर के बीच वाराणसी में विशेष जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान पता चला कि शुभम जायसवाल ने मेसर्स शैली ट्रेडर्स, रांची (झारखंड) और न्यू वृद्धि फार्मा, वाराणसी के नाम पर समानांतर रूप से काम किया, जो दवा लाइसेंसिंग कानूनों का घोर उल्लंघन है। यह पूरा नेटवर्क केवल कोडीन युक्त सिरप को अवैध तरीके से बेचकर नशे के कारोबार को बढ़ावा दे रहा था।

शुभम जायसवाल पर आरोप है कि उसने काशी के 93 मेडिकल स्टोरों के नाम पर 84 लाख शीशी कफ सिरप खरीदा और बेचा, जिनमें से कई मेडिकल स्टोर जाँच के दौरान अस्तित्व में ही नहीं मिले। कई फर्में बंद पाई गईं, लेकिन उनके नाम पर भारी मात्रा में कफ सिरप की कालाबाज़ारी चलाई गई। फर्जी बिल, फर्जी लाइसेंस और झूठे कागज़ों के सहारे यह तस्करी लंबे समय तक जारी रही।

विज्ञापन

जांच में यह भी सामने आया कि शुभम जायसवाल ने बंद पड़ी नौ फर्मों के नाम पर लाखों शीशी कफ सिरप की आपूर्ति दिखाई। इनमें से एक फर्म श्री बालाजी मेडिकल के नाम पर स्टॉक दिखाया गया, जबकि उसके कथित मालिक ने बयान दिया कि वह सोने-चांदी की दुकान पर काम करता है और मेडिकल बिज़नेस से उसका कोई संबंध नहीं है। इससे यह स्पष्ट हो गया कि शुभम जायसवाल ने पूरी योजना बनाकर नशे की कफ सिरप सप्लाई चेन खड़ी की जो युवाओं में नशे की लत फैलाने का बड़ा कारण बन सकती थी। 

पुलिस के अनुसार, इस नेटवर्क के मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल के विदेश भागने की सूचना है और उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने की तैयारी की जा रही है। उसके संपर्क में रहे कई सहयोगियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस टीमें उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही हैं।

डीसीपी काशी जोन गौरव बंशवाल ने कहा:

“मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल और उसके नेटवर्क को पकड़ने के लिए टीमें गठित की गई हैं। प्रतिबंधित कफ सिरप को नशे के लिए बेचने वाले इस गिरोह पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।”

इस पूरे मामले में कुल 28 दवा कारोबारियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें शुभम जायसवाल मुख्य साजिशकर्ता के रूप में नामित है। प्रशासन ने माना है कि यह नेटवर्क उत्तर प्रदेश ही नहीं, अन्य राज्यों में भी सक्रिय रहा और यह एक संगठित नशा अपराध है।