वाराणसी में वेस्ट इन होटल बना परेशानी का सबब, VDA की खामोशी पर उठे सवाल!
वाराणसी के कैंटोनमेंट एरिया में स्थित वेस्ट इन होटल एक बार फिर से विवादों के केंद्र में है। यह वही होटल है जिसके कुछ फ्लोर वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) द्वारा 16 जून 2017 को सील किए गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह होटल लंबे समय से विवादों में घिरा हुआ है, और उस समय सीलिंग की कार्रवाई को भी गंभीर अनियमितताओं के आरोपों के तहत अंजाम दिया गया था।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि VDA ने होटल प्रबंधन द्वारा कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद इसे सही ठहराया था या नहीं। लेकिन यह तो साफ है कि वर्तमान में होटल के ग्राउंड फ्लोर में बैंक्वेट का संचालन जारी है।
बड़े अधिकारी का निवेश और गंभीर आरोप
जानकारी के अनुसार, इस होटल में परिवहन विभाग में रहे एक बड़े अधिकारी का पैसा लगा हुआ है, जिन पर पहले से कई गंभीर आरोप हैं।
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यह मामला प्रशासन और प्रभावशाली लोगों के बीच गठजोड़ की ओर इशारा करता है, जिससे होटल को कथित रूप से संरक्षण प्राप्त हो सकता है।
पार्किंग की अव्यवस्था और यातायात जाम
होटल के पास पार्किंग की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण आसपास के क्षेत्र में लगातार जाम की स्थिति बनी रहती है। स्थानीय लोग इससे परेशान हैं, लेकिन VDA की ओर से इस मुद्दे पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
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16 जून 2017 को पंजाब केसरी द्वारा प्रकाशित खबर |
VDA की भूमिका पर उठ रहे सवाल
VDA की निष्क्रियता इस मामले को और संदिग्ध बनाती है। अंडरग्राउंड में बैंक्वेट और पार्किंग अव्यवस्था के बावजूद किसी भी कार्रवाई का न होना प्राधिकरण की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
क्या यह बड़ा खेल है ?
स्थानीय निवासियों और जानकारों का मानना है कि मामला केवल पार्किंग या संचालन का नहीं है, बल्कि इसके पीछे बड़े खेल की आशंका है। कुछ लोगों का कहना है कि प्रभावशाली लोगों के दबाव में यह मामला दबाया जा सकता है।
क्या VDA लेगा कोई कदम, या दबा दिया जाएगा मामला?
अब देखना यह होगा कि वाराणसी विकास प्राधिकरण इस मामले में क्या कदम उठाता है। क्या होटल के संचालन पर लगाम लगाई जाएगी, या फिर प्रभावशाली लोगों के दबाव में यह मुद्दा ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा?