फोन पर आखिरी कॉल: वाराणसी में ट्रेन के सामने कूदकर नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल ने दी जान
शहर के तरना ओवरब्रिज के पास सोमवार शाम उस समय सनसनी फैल गई जब एक नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल, आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है।
कौन थीं सुष्मिता सिंह?
सरायतक्की, बाबतपुर स्थित वाराणसी कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल सुष्मिता सिंह (30) वाराणसी के शिवपुर इलाके के चंद्राग्रीन अपार्टमेंट में अपनी आठ साल की बेटी के साथ रहती थीं। उनका मायका आजमगढ़ के दौलताबाद में और ससुराल जौनपुर के चंदवक में है। उनके पति सौरभ सिंह सिक्किम में केमिस्ट के रूप में कार्यरत हैं।
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स्थानीय लोगों के अनुसार, शाम करीब छह बजे सुष्मिता सिंह मोबाइल फोन पर बात करते हुए रेलवे ट्रैक के पास पहुंचीं। ट्रेन को नजदीक आता देख उन्होंने अचानक उसके सामने छलांग लगा दी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। सूचना मिलने पर पुलिस उन्हें पास के एक निजी अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सुष्मिता की मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया। उनकी सास शांति सिंह का रो-रोकर बुरा हाल है। सुष्मिता के परिजनों ने बताया कि वह अपनी ननद के पास खुशहाल नगर गई थीं और भांजे की शादी की तैयारियों में व्यस्त थीं। घर से वह फॉर्म भरने की बात कहकर निकली थीं।
पुलिस कर रही जांच
जीआरपी ने सुष्मिता के दोनों मोबाइल फोन को कब्जे में ले लिया है और उनकी कॉल डिटेल्स और चैट्स की जांच कर रही है। आत्महत्या की वजह का फिलहाल खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मोबाइल डेटा की जांच के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।