gnews वाराणसी की बेटी शिवांगी सिंह पूरी तरह सुरक्षित, पाकिस्तान का दावा निकला झूठा, 9 साल की उम्र में देखा था सपना - The Varanasi News
HEADLINE
Dark Mode
Large text article

वाराणसी की बेटी शिवांगी सिंह पूरी तरह सुरक्षित, पाकिस्तान का दावा निकला झूठा, 9 साल की उम्र में देखा था सपना

भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच सोशल मीडिया पर एक सनसनीखेज दावा किया गया कि भारतीय वायुसेना की स्क्वाड्रन लीडर और राफेल पायलट शिवांगी सिंह को पाकिस्तान ने पकड़ लिया है। 

विज्ञापन

इस दावे में कहा गया कि फाइटर जेट से कूदने के बाद उन्हें पाकिस्तानी सेना ने हिरासत में ले लिया। हालांकि, यह दावा पूरी तरह फर्जी साबित हुआ। भारत सरकार की ओर से जारी PIB फैक्ट चेक ने इस दावे को गलत करार देते हुए स्पष्ट किया है कि स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह पूरी तरह सुरक्षित हैं और भारत की सेवा में डटी हुई हैं।

कौन हैं स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह?

शिवांगी सिंह भारत की पहली महिला फाइटर पायलट हैं जिन्होंने राफेल जैसा अत्याधुनिक युद्धक विमान उड़ाया है। वह उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर की रहने वाली हैं और भूमिहार समाज से आती हैं। 

उनका घर वाराणसी के फुलवरिया क्षेत्र में स्थित है। सितंबर 2020 में उन्हें भारतीय वायुसेना के राफेल स्क्वाड्रन में शामिल किया गया था, जो कि एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी।

शिक्षा और प्रारंभिक जीवन

शिवांगी सिंह ने वाराणसी के सेंट मेरी कॉन्वेंट स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और फिर सेंट जॉर्ज स्कूल से इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की। 

विज्ञापन

इसके बाद उन्होंने सनबीम स्कूल, भगवानपुर से बीएससी की डिग्री ली। पढ़ाई के साथ-साथ शिवांगी खेलों में भी बेहद सक्रिय रहीं और जैवलिन थ्रो में राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक भी जीता।

NCC से मिली दिशा, नाना से मिला प्रेरणा

शिवांगी की वायुसेना में आने की प्रेरणा उनके नाना से मिली, जो कि सेना में कर्नल थे। बचपन में जब वह अपने नाना के साथ एयरफोर्स बेस पर गई थीं, तभी उन्होंने ठान लिया था कि वह भी वायुसेना में जाएंगी। 

विज्ञापन

उनके इस सपने को दिशा दी NCC ने। शिवांगी एनसीसी की सक्रिय सदस्य रहीं और 2013 में गणतंत्र दिवस परेड में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व भी किया।

फाइटर पायलट बनने का सफर

2017 में उन्होंने हैदराबाद स्थित एयरफोर्स अकैडमी जॉइन किया, जहां उन्हें मिग-21 जैसे जंगी विमान उड़ाने की ट्रेनिंग दी गई। कठिन प्रशिक्षण और परीक्षणों को पार करते हुए वह राफेल उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट बनीं, जो आज देश की सुरक्षा का अहम हिस्सा हैं।

सरकार की पुष्टि और सोशल मीडिया पर फैलाई अफवाहों का पर्दाफाश

पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर जो झूठे दावे किए गए, उन्हें भारत सरकार ने पूरी तरह नकार दिया है। PIB फैक्ट चेक के अनुसार यह खबर पूरी तरह फर्जी है और इसका कोई आधार नहीं है। भारत ने स्पष्ट कहा है कि स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह सुरक्षित हैं और पूरी तरह से अपने कर्तव्यों का पालन कर रही हैं।