वाराणसी में करंट से उजड़ा परिवार: बहू, बेटा और पिता की मौके पर मौत, मासूम बच्चियों के सिर से उठा साया
कैंट थाना क्षेत्र के अर्दली बाजार में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की करंट लगने से मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ जब घर के बाहर लोहे के तार पर कपड़े सुखाने के दौरान महिला करंट की चपेट में आ गई। उसे बचाने दौड़े पति और ससुर भी झुलस गए और तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
यह दिल दहला देने वाला हादसा उस समय सामने आया जब पड़ोसी युवक ने तीनों को अचेत देखा और तत्काल पुलिस को सूचना दी।
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मृतकों की पहचान सोनू जायसवाल (30), उनकी पत्नी प्रीति जायसवाल (28) और पिता राजेंद्र जायसवाल (60) के रूप में हुई है। तीनों को पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मासूम बच्चियों के सामने उजड़ गया परिवार
सोनू जायसवाल की दो बेटियां, शिवांगी (6) और नैन्सी (4), स्कूल में थीं। सोनू उन्हें सुबह 8:30 बजे छोड़कर घर लौटे थे और वादा किया था कि दोपहर 12 बजे लेने आएंगे। हादसे के बाद पड़ोसी दोनों बच्चियों को स्कूल से घर लाए।
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घर आकर जब बेटियों ने मां-पिता को देखा तो उन्हें जगाने की कोशिश करने लगीं। छोटी बेटी नैन्सी ने मासूमियत से कहा, "मम्मी आप सो रही हो? दूध लाओ, हम और दीदी आ गए।" यह दृश्य देखकर मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं।
आंधी में टूटा बिजली का तार बना मौत की वजह
स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार रात आए तेज आंधी-तूफान में बिजली का तार टूटकर घर के पास लोहे के कपड़े सुखाने वाले तार से जा टकराया था। मंगलवार सुबह जब प्रीति ने कपड़े सुखाने की कोशिश की तो गीले कपड़ों के कारण वह करंट की चपेट में आ गईं। सोनू और फिर उनके पिता राजेंद्र ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन तीनों ही बारी-बारी से करंट की चपेट में आ गए।
घर की जिम्मेदारी उठाने वाला इकलौता बेटा था सोनू
परिवार के अनुसार, सोनू ही घर का एकमात्र कमाऊ सदस्य था। वह फास्ट फूड की दुकान चलाता था। उसकी पत्नी गृहिणी थीं और पिता राजेंद्र एक बेकरी में काम करते थे। सोनू का बड़ा भाई मानसिक रूप से अस्वस्थ है और वर्षों से उसका इलाज चल रहा है। अब परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
चार साल पहले चाचा की भी हुई थी करंट से मौत
स्थानीय लोगों ने बताया कि चार साल पहले सोनू के चाचा विपिन जायसवाल की भी करंट लगने से मौत हो गई थी। वे घर में कपड़े प्रेस कर रहे थे, जब प्रेस में करंट आने से वे चिपक गए थे। उसी घर में अब तीन और जाने चली गईं।
घर में पसरा मातम, दादी की चीख-पुकार से गूंजा मोहल्ला
हादसे के बाद मोहल्ले में सन्नाटा छा गया है। मृतक की दादी दुर्गा देवी कभी बेटे का नाम लेकर, कभी पोते और बहू को याद कर फूट-फूट कर रो रही हैं। बेहोश हो गईं तो पड़ोसियों ने पानी डालकर होश में लाया। दोनों मासूम बच्चियां बेसहारा हो गई हैं। घर में मातम पसरा है और हर कोई स्तब्ध है।