वाराणसी में युद्ध जैसी स्थिति से निपटने को लेकर मॉक ड्रिल, पुलिस, एनडीआरएफ व प्रशासन की संयुक्त तैयारी
भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके में एयर स्ट्राइक कर पहलगाम हमले का जवाब देने के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं। गृह मंत्रालय के निर्देश पर देश के अलग-अलग हिस्सों में मॉक ड्रिल कराई जा रही है, ताकि युद्ध जैसी आपात स्थिति में आम नागरिकों को बचाव के तरीकों की जानकारी दी जा सके। इसी क्रम में मंगलवार को वाराणसी में भी एक बड़ी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
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पुलिस लाइन मैदान में आयोजित इस मॉक ड्रिल में पुलिस, एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस, फायर सर्विस समेत अन्य संबंधित विभागों की टीमों ने संयुक्त रूप से भाग लिया। इस दौरान युद्ध जैसी आपातकालीन स्थिति में लोगों को कैसे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करनी है, इसका व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
अधिकारियों ने दी जानकारी
इस मौके पर एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस. चन्नप्पा ने बताया कि गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई है।
वाराणसी में युद्ध जैसी स्थिति से निपटने को लेकर मॉक ड्रिल, पुलिस, एनडीआरएफ व प्रशासन की संयुक्त तैयारी#OperationSindoor pic.twitter.com/RtKtMiW1ma
— The Varanasi News (@thevaranasinews) May 7, 2025
इसका उद्देश्य लोगों को विपरीत परिस्थितियों में सतर्क और सक्षम बनाना है। उन्होंने कहा कि यह अभ्यास सिर्फ एक जगह तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि वाराणसी के विभिन्न क्षेत्रों, स्कूल-कॉलेजों और पंचायतों में भी इस तरह की मॉक ड्रिल आयोजित कर जागरूकता फैलाई जाएगी।
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इसमें एनसीसी कैडेट्स, स्कूली छात्र-छात्राएं और स्वयं सहायता समूहों को भी शामिल किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने बताया ड्रिल का महत्व
वाराणसी के जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आम नागरिकों को आपातकालीन स्थिति में सजग और सुरक्षित बनाना है।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की घटना के बाद सायरन किस तरह बजेगा और कैसे बंद होगा, इसकी जानकारी दी गई। इसके अलावा, एनडीआरएफ और अग्निशमन विभाग की टीमें किस तरह त्वरित कार्रवाई करेंगी, इसका भी लाइव प्रदर्शन किया गया।
जागरूकता ही सुरक्षा की पहली शर्त
अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में जिले के ग्रामीण इलाकों, ग्राम पंचायतों, स्कूलों और कॉलेजों में भी इस तरह की मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी।
इसके तहत लोगों को न केवल अलर्ट किया जाएगा, बल्कि यह भी सिखाया जाएगा कि अगर किसी प्रकार की आपात स्थिति आती है तो खुद को और दूसरों को कैसे सुरक्षित रखा जाए।
इस संयुक्त मॉक ड्रिल से यह स्पष्ट हो गया है कि वाराणसी प्रशासन किसी भी चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और आम नागरिकों को भी इसकी तैयारी में शामिल कर रहा है।