ध्वनि प्रदूषण पर वाराणसी में सख्ती: महाकुंभ से पहले मस्जिदों से हटाए गए लाउडस्पीकर
जिले में ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने और महाकुंभ 2025 की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए वाराणसी पुलिस प्रशासन ने सोमवार से तीन दिवसीय अभियान शुरू किया है। अभियान के पहले दिन भेलूपुर थाना क्षेत्र के रेवड़ी तालाब स्थित सुल्तानिया मस्जिद से कार्रवाई की गई।
रेवड़ी तालाब चौकी प्रभारी आदित्य मिश्र के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम ने मस्जिद में लगे 40-40 डेसिबल क्षमता के दो अनाधिकृत लाउडस्पीकर उतार दिए। मस्जिद में कुल तीन लाउडस्पीकर लगे थे। कार्रवाई के दौरान स्थानीय लोगों ने विरोध किया, लेकिन पुलिस ने ध्वनि प्रदूषण से संबंधित मानकों का हवाला देते हुए उन्हें शांत करा दिया।
6 जनवरी से 8 जनवरी तक चलने वाले इस विशेष अभियान का उद्देश्य धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर मानक से अधिक क्षमता वाले लाउडस्पीकरों को हटाकर ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करना है। पुलिस प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी धार्मिक स्थलों पर ध्वनि का स्तर 40 डेसिबल की सीमा में रहे।
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पुलिस प्रशासन ने एक माह पहले, 10 दिसंबर को एक विशेष अभियान चलाकर 172 अनाधिकृत लाउडस्पीकर जब्त किए थे। इस दौरान मानक से अधिक डेसिबल वाले डीजे और अन्य उपकरण भी जब्त किए गए थे। तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजने से बुजुर्गों, मरीजों और छात्रों को हो रही परेशानी को देखते हुए यह कदम उठाया गया था।
महाकुंभ 2025 के दौरान वाराणसी में करोड़ों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए प्रशासनिक अमला शहर को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए लगातार अभियान चला रहा है। पुलिस प्रशासन ने सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कराने और यातायात व्यवस्था में सुधार के साथ-साथ ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि धार्मिक स्थलों पर मानक का पालन सुनिश्चित करने के लिए यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। श्रद्धालुओं को स्वच्छ और सुंदर काशी का अनुभव कराने के लिए वाराणसी प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है।