एक साल में काशीवासियों ने जमा किए 802.69 करोड़ रुपये, सीजीएसटी संग्रह में नया रिकॉर्ड; विभाग की आमदनी में जोरदार बढ़ोतरी
वाराणसी जिले के करदाताओं ने एक बार फिर कर अदायगी में पूरे पूर्वांचल में अग्रणी भूमिका निभाई है। केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 में वाराणसी के करदाताओं ने 839.22 करोड़ रुपये का सीजीएसटी जमा कर नया रिकॉर्ड बना दिया है।
पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में यह आंकड़ा 802.69 करोड़ रुपये था। इस वृद्धि ने न केवल वाराणसी की कर-प्रतिष्ठा को मजबूत किया है, बल्कि विभाग की राजस्व आमदनी में भी उल्लेखनीय इजाफा किया है।
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वहीं, चंदौली जिले के करदाताओं ने 2024-25 में 85.64 करोड़ रुपये सीजीएसटी जमा किया है, जो पिछले वर्ष के 79.29 करोड़ रुपये के मुकाबले मामूली वृद्धि है। हालांकि, चंदौली में टैक्स जमा करने वालों की संख्या वाराणसी की तुलना में काफी कम है।
इस वर्ष जून माह की तिमाही में जीएसटीआर-3बी के तहत वाराणसी के करदाताओं ने 228.34 करोड़ रुपये जमा किए, जबकि चंदौली में यह आंकड़ा 22.06 करोड़ रुपये रहा।
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सीजीएसटी विभाग वाराणसी डिवीजन के सहायक आयुक्त दिनेश मिश्रा ने बताया कि वर्तमान समय में वाराणसी में 59,927 पंजीकृत करदाता हैं, वहीं चंदौली में यह संख्या 9,903 है। उन्होंने बताया कि सीजीएसटी दो प्रकार से जमा होती है—पहली जीएसटीआर-1, जो मासिक आधार पर दाखिल होती है, और दूसरी जीएसटीआर-3बी, जो त्रैमासिक आधार पर जमा होती है।
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सीजीएसटी विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, वाराणसी, चंदौली सहित यूपी के कुल 14 जिलों में वर्ष 2023-24 में 3293.33 करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह हुआ था। जबकि वर्ष 2024-25 में यह आंकड़ा 21.46 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4032.60 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।