दशाश्वमेघ में व्यापारी ने गंगा में कूदकर दी जान, कमरे से मिला सुसाइड नोट — आर्थिक तंगी को बताया जिम्मेदार
दशाश्वमेघ थाना क्षेत्र के बड़ा देव मोहल्ले में मंगलवार को एक व्यापारी द्वारा आत्महत्या कर लेने से इलाके में सनसनी फैल गई। हिमांशु इलेक्ट्रॉनिक नाम से दुकान और आवास चलाने वाले सुरेन्द्र केशरी उर्फ मुन्ना (67 वर्ष) ने गंगा में कूदकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। घटना के बाद पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
बिना बताए घर से निकले और गंगा में कूदे
मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे सुरेन्द्र अपने एक कर्मचारी के साथ घर से निकले थे। कर्मचारी ने बताया कि रास्ते में सुरेन्द्र ने उसे नाश्ता कराने के लिए भेज दिया। जब वह वापस लौटा तो सुरेन्द्र वहां मौजूद नहीं थे। काफी खोजबीन के बाद कर्मचारी ने इसकी जानकारी परिवार को दी।
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परिजन मौके पर पहुंचे और खोज के दौरान गणेश घाट पर सुरेन्द्र का शव मिला, जिसे स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला गया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
कमरे की तलाशी में मिला सुसाइड नोट
मामले की गंभीरता को देखते हुए बुधवार सुबह पुलिस ने सुरेन्द्र के आवास और कमरे की तलाशी ली। इस दौरान एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उन्होंने लिखा है कि उनके साथ “धोखा हुआ है” और “मार्केट में कुछ लोग पैसे लेकर बैठे हैं।”
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नोट से साफ है कि वह लंबे समय से आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव से गुजर रहे थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
व्यवसाय में गिरावट, आर्थिक तनाव ने बढ़ाई परेशानी
परिवार के सदस्यों और करीबी मित्रों के अनुसार सुरेन्द्र पिछले कुछ समय से व्यापार में गिरावट और आर्थिक समस्याओं को लेकर बेहद परेशान थे। वह अक्सर बाजार में फंसे पैसों और लोगों से हुए धोखे को लेकर चिंतित रहता थे। परिजनों ने बताया कि सुरेन्द्र मेहनती और ईमानदार व्यक्ति थे, जिन्होंने जीवन में कई संघर्षों का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी आत्महत्या जैसे कदम के बारे में नहीं सोचा था।



